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माननीय प्रधानमंत्री ने 05 जनवरी 2015 को उन्नत ज्योति अफोर्डेबल एलईडी फोर ऑल यानी उजाला कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उजाला योजना के तहत, घरेलू उपभोक्ताओं को पांरपरिक और गैर दक्ष लाइट के स्थान पर एलईडी बल्ब, एलईडी ट्यूब लाइट और ऊर्जा दक्ष फंखे प्रदान किये जाते हैं।
ईईएसएल ने अब तक पूरे देश में 36.46 करोड़ एलईडी बल्ब, 72.01 लाख एलईडी ट्यूब लाइट तथा 23.34 लाख ऊर्जा दक्ष फंखे वितरित किये हैं। इससे हर साल अनुमानित 47.87 किलोवाट प्रतिघंटे की ऊर्जा बचत होती है और साथ ही 9,683 मेगावाट पीक डिमांड घटती है तथा 3.9 करोड़ टन कार्बन उर्त्सजन में कमी आती है। अनुमान के मुताबिक इससे उपभोक्ताओं को बिजली के बिल के रूप में 19,100 करोड़ रुपये की वार्षिक बचत होती है।
मांग बढ़ने से एलईडी बल्ब की कीमत जनवरी 2014 के 310 रुपये से घटकर अगस्त 2019 में 39.90 रुपये हो गयी है। वितरित किये जाने वाले एलईडी बल्ब में भी तकनीकी परिवर्तन आया है। वितरित किये जाने वाले एलईडी बल्ब अब 7 वाट के बजाये 9 वाट के होते हैं और 85 ल्यूमेन प्रतिवाट से बढ़कर 100 ल्यूमेन प्रति वाट हो गया है। यह कार्यक्रम उल्लेखनीय स्तर पर आम आदमी तक पहुंचा है और अब तक नौ करोड़ से भी अधिक उपभोक्ताओं ने एलईडी बल्ब का इस्तेमाल करके लाभ उठाया है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा बिना सब्सिडी वाला एलईडी लाइटिंग कार्यक्रम बनाता है।
ईईएसएल ने अपने सभी कार्यों में पारदर्शिता के मानदंडों को अपनाया है। एलईडी की खरीद एक खुली ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से की जाती है और कार्यक्रम की जानकारी एक वेबसाइट www.ujala.gov.in के माध्यम से प्रसारित की जाती है, जो उजाला योजना की वास्तविक समय प्रगति पर नजर रखती है। यह वेबसाइट उन स्थानों के बारे में भी जानकारी प्रदान करती है जहां ये बल्ब उपलब्ध हैं। वेबसाइट पर गुणवत्ता नियंत्रण के उपाय और समय-समय पर की गई बचत के स्वतंत्र सत्यापन के परिणाम भी देखे जा सकते हैं।